लालच एक बेकार भावना है जो इंसान को बंदी बनाता है। यह जब तक बढ़ता जाता है, तो उसका परिणाम नुकसानदेह होता है। लालच का जंजिर हमें गलत रास्त
लालच एक बेकार भावना है जो इंसान को बंदी बनाता है। यह जब तक बढ़ता जाता है, तो उसका परिणाम नुकसानदेह होता है। लालच का जंजिर हमें गलत रास्त